


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। इस बर्बर हमले में 28 लोग मारे गए, जिसमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। हमले के बाद भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया की आशंका से पाकिस्तान में खलबली मच गई है।
खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को तत्काल खाली करने के आदेश दिए गए हैं। लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) के आसपास हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, और पाकिस्तानी सेना तथा खुफिया एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी लगातार बैठकों में जुटे हैं।
एलजी जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने कहा: “मैं पहलगाम में पर्यटकों पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। मैं लोगों को आश्वस्त करता हूं कि इस घृणित हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। डीजीपी और सुरक्षा अधिकारियों से बात की। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें इलाके में पहुंच गई हैं और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।”
एलजी मनोज सिन्हा ने एक्स पर कहा, “जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों को पहलगाम में भर्ती लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है। एक घायल पर्यटक को जीएमसी अनंतनाग ले जाया गया है। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” एक्स पर एक अन्य पोस्ट में, एलजी सिन्हा ने कहा: “आतंकवादियों को बेअसर करने के लिए आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया गया है। पूरा देश गुस्से में है और हमारे बलों का खून खौल रहा है। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि पहलगाम हमले के अपराधियों को उनके जघन्य कृत्य के लिए बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएँ।”